• उत्तर प्रदेश में बीजेपी की ओर से चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा?

इस सवाल को लेकर सबसे ज़्यादा प्रतिक्रिया सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी की ओर से आ रही हैं. अब इस सवाल का जवाब दिया है उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने 

मौर्य ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘स्वाभाविक दावेदारी’ को लेकर जारी अटकलों को आगे बढ़ाते हुए कहा है कि अगले मुख्यमंत्री का ‘फ़ैसला केंद्रीय नेतृत्व करेगा.’

उन्होंने दावा किया कि अगले चुनाव में भी पार्टी को बहुमत मिलेगा और कहा, “विधानसभा चुनाव के बाद केंद्रीय नेतृत्व मुख्यमंत्री का फ़ैसला करेगा.”

मौर्य के पहले उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी कहा था कि आने वाले चुनाव किसके नेतृत्व में लड़े जाएंगे, इसका फ़ैसला पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व करेगा

साल 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान मौर्य पार्टी के उत्तर प्रदेश में अध्यक्ष थे. उत्तर प्रदेश में पार्टी को बहुमत मिलने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री पद का दावेदार बताया गया था लेकिन बाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बने और मौर्य उनकी सरकार में उप मुख्यमंत्री बने

भारतीय जनता पार्टी में बीते कुछ महीने से योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व को लेकर सवालिया निशान लगते रहे हैं. ख़ासकर कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान सरकार के कामकाज लेकर उठे सवालों के बाद से ये सिलसिला जारी है. बीजेपी के केंद्रीय नेताओं और संघ पदाधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के नेताओं से मुलाकातें कीं तो इन अटकलों को बल मिला. मीडिया में सूत्रों के हवाले से लगातार खबरें चलाई गईं

पार्टी के किसी नेता ने आधिकारिक तौर पर तो कुछ नहीं कहा लेकिन मई के आखिरी हफ़्ते और जून के शुरुआती दिनों में उत्तर प्रदेश सरकार में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर क़यासों का दौर जारी रहा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 10 जून को दो दिन के दौरे पर दिल्ली आए. उन्होंने पहले दिन गृह मंत्री अमित शाह और दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाक़ात की

इस दौरे को लेकर विपक्ष ने योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्विटर पर लिखा, “‘पद-भिक्षा’ की ख़ातिर, देश के सबसे बड़े सूबे के सूबेदार. दुर्दिन ऐसे आए, दर-दर भटक रहे हैं वो दिल्ली के दरबार”

हालांकि, भारतीय जनता पार्टी में स्थिति संभलने का अंदाज़ा लगाया गया और उत्तर प्रदेश में बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भी मामले को सुलझाने के लिए एक बयान दिया. स्वतंत्र देव सिंह ने बीते हफ़्ते एटा में पत्रकारों से कहा कि प्रदेश में अगला विधानसभा चुनाव योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में लड़ा जाएगा. इस बयान के बाद लगा कि पार्टी में बयानों का दौर थम जाएगा, लेकिन मौर्य के बयान ने एक बार फिर नए सिरे से बहस छेड़ दी है

इस बीच भारतीय जनता पार्टी के नेता ये भी दावा कर रहे हैं कि पार्टी के अंदर इस मुद्दे को लेकर कोई टकराव नहीं है. पार्टी प्रवक्ता हरिश्चंद्र श्रीवास्तव ने कहा है कि अध्यक्ष होने के नाते स्वतंत्र देव सिंह का बयान अहम है

श्रीवास्तव के मुताबिक,” औपचारिक तौर पर मुख्यमंत्री का नाम संसदीय बोर्ड तय करता है. केशव प्रसाद मौर्य और स्वामी प्रसाद मौर्य ने यही कहा होगा.”

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