चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) के तहत पाकिस्तान में तैयार हुई मटियारी से लाहौर की 660 केवी एचवीडीसी ट्रांसमिशन लाइन परियोजना ने 25 जून से काम करना शुरू कर दिया है।

स्टेट ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ़ चाइना (SGCC) ने इसे तैयार किया है और इसने बिजली देना भी शुरू कर दिया है

पाकिस्तान में यह पहली डायरेक्ट करंट ट्रांसमिशन लाइन है जो लाहौर और उत्तरी पाकिस्तान के 1 करोड़ घरों को रोशनी देगी

चीनी विदेश मंत्रालयके प्रवक्ता वांग वेंबिन ने कहा है कि यह बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) का एक महत्वपूर्ण पाइलट प्रोजेक्ट है

“CPEC ने ऊर्जा सहित कई क्षेत्र में अपनी शुरुआत से महत्वपूर्ण प्रगति की है।यह न केवल तेज़ी से पाकिस्तान का आर्थिक और सामाजिक विकास करेगा बल्कि क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देने में भी सकारात्मक भूमिका निभाएगा।

मटियारी से लाहौर ट्रांसमिशन लाइन परियोजनाएक अन्य उदाहरण है जो बताता है कि CPEC पाकिस्तान में लोगों की आजीविका और आर्थिक विकास में सुधार करने में महत्वपूर्ण भागीदारी निभा रहा है।यह परियोजना स्थानीय लोगों को स्थाई और उच्च-क्वालिटी की बिजली देगी जो कि पाकिस्तान केलिए बेहद अहम है।

वांग वेंबिन ने आगे कहा कि वो इस बात कि ओर ध्यान दिलाना चाहते हैं कि BRI चीन से आ रहा है लेकिन यह सभी देशों के लिए अच्छे परिणाम और अवसर उपल्बध कराता है साथ ही पूरी दुनिया को लाभ देता है

उन्होंने बताया कि अब तक बेल्ट एंड रोट कॉपरेशन पर चीन के साथ 140 साझेदार देश हस्ताक्षर कर चुके हैं। चीन और BRI साझेदारों के बीच व्यापार 9.2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर पहुंच चुका है

ग़ौरतलब है कि भारत BRI में शामिल नहीं है और वो इस पर आपत्ति जता चुका है

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